बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ताला,मगधी और खितौली जोन में पर्यटन शुरू
खुशियों की दास्तां
क्षेत्र संचालक ने हरी झंडी दिखाकर जिप्सियों को किया रवाना
उमरिया
बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 1 अक्टूबर मंगलवार से पर्यटन शुरू हो गया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के तीन कोर जोन में 1 अक्टूबर से सुबह की जंगल सफारी के साथ टाइगर रिजर्व के मगधी, खितौली और ताला गेट में पर्यटन शुरू हो गया है। क्षेत्र संचालक गौरव चौधरी ने हरी झंडी दिखाकर ताला गेट से जिप्सियों को रवाना किया। ताला गेट में साज-सज्जा की गई। ताला गेट मे स्थित हनुमान मंदिर की पूजा की गई। मंदिर में हनुमान जी की पूजा के बाद फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी और डिप्टी डायरेक्टर पी के वर्मा ने हरी झंडी दिखाई।
शाकाहारी और मांसाहारी वन्य प्राणियों के दीदार
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के कोर और बफर जोन में सफारी होती हैं। कोर जोन बारिश के तीन महीने बंद हो जाता है, लेकिन बफर जोन में बारह महीने सफारी होती हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पर्यटकों बाघ के दीदार के लिए सफारी में जाते हैं। बीटीआर में शाकाहारी और मांसाहारी वन्य प्राणी देखने को मिलते हैं। बाघ, तेंदुआ, भालू, चीतल, वायसन के साथ पक्षी और तितली भी देखने को मिलती है।
तीन कोर जोन में 44 जिप्सी
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के तीन कोर एरिया में ताला,मगधी और खितौली जोन में सुबह की सफारी में 44 जिप्सियों से लगभग 200 पर्यटक सफारी में गये है।