मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ तहसील के ग्राम नेनोरा के रहने वाले जवान सिंह शक्तावत के जीवन में आयुष्मान कार्ड वरदान बनकर सामने आया है।

मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ तहसील के ग्राम नेनोरा के रहने वाले जवान सिंह शक्तावत के जीवन में आयुष्मान कार्ड वरदान बनकर सामने आया है।
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मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ तहसील के ग्राम नेनोरा के रहने वाले जवान सिंह शक्तावत के जीवन में आयुष्मान कार्ड वरदान बनकर सामने आया है।
 मंदसौर जिले की मल्हारगढ़ तहसील के ग्राम नेनोरा के रहने वाले जवान सिंह शक्तावत के जीवन में आयुष्मान कार्ड वरदान बनकर सामने आया है। आयुष्मान कार्ड ने उन्हें एक नया जीवन प्रदान किया है। अगर आयुष्मान कार्ड नहीं होता तो ये शायद आज जीवित नहीं रहते। जवान सिंह एक गरीब परिवार से आते हैं और अपना इलाज यह पैसों से नहीं करा सकते थे। इन्हें हार्ड की बीमारी थी। जवान सिंह कहते हैं कि हार्ड की बीमारी होने के कारण मेरा बचना मुश्किल था। मैंने पहले इसका इलाज करवाया जिस पर मुझे 40 हजार खर्च हुए, लेकिन मैं ठीक नहीं हुआ। उसके पश्चात मेरे घर में कुछ भी पैसे नहीं थे। लेकिन मुझे फिर जानकारी मिली की आयुष्मान कार्ड अगर हो तो मेरा इलाज संभव हो सकता है। लेकिन मेरे पास आयुष्मान कार्ड तो था लेकिन उसकी शक्ति मुझे पता नहीं थी। फिर मैने 15 हजार उधार लेकर मेरे दोनों बालक मुझे अरविंदो अस्पताल इंदौर ले गए और वहां पर मेरा हार्ड का ऑपरेशन हुआ। जिस पर मेरा 3 लाख खर्च हुआ और वह 3 लाख आयुष्मान कार्ड से भुगतान हुआ। मेरे घर वालों ने और सभी ने हार मान ली थी की अब मेरा बचना मुश्किल है, क्योंकि इतने पैसे आएंगे कहां से। लेकिन मेरे जीवन को सुखमय इस कार्ड ने बना दिया। मैंने आयुष्मान कार्ड का लाभ उठाया और मैंने अपना इलाज करवाया। मैंने शुरू में जो अस्पताल में 15 हजार की फीस जमा कराई थी। वह भी मेरे घर आये ही वापिस मेरे खाते में तुरंत आ गई।