बैक्सीन प्रिवेंटेबल डिज़ीज़ विषय पर डब्ल्यू.एच.ओ. के सहयोग से जिला चिकित्सालय दतिया में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

बैक्सीन प्रिवेंटेबल डिज़ीज़ विषय पर डब्ल्यू.एच.ओ. के सहयोग से जिला चिकित्सालय दतिया में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन आज मंगलवार को किया गया। कार्यशाला में बैक्सीन प्रिवेंटेबल डिज़ीज़ विषय पर चर्चा के दौरान सीएमएचओ ने कहा कि टीके कई बीमारियों के खिलाफ हमारा सबसे अच्छा बचाव हैं।
वैक्सीन-निवारक रोग (वीपीडी) बैक्टीरिया और वायरस से होने वाली बीमारियाँ हैं जिन्हें टीकों द्वारा रोका जा सकता है। वीपीडी हवा, श्वसन बूंदों और शारीरिक संपर्क जैसे विभिन्न मार्गों से फैल सकता है। कुछ बीमारियाँ, जैसे खसरा, अत्यधिक संक्रामक होती हैं।
उदाहरण के लिए, खसरे से पीड़ित व्यक्ति के कमरे से बाहर निकलने के दो घंटे बाद खसरे का संक्रमण संभव है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रमों की शुरुआत के बाद से टीकों द्वारा रोकी जाने वाली कई बीमारियों में गिरावट आई है। हालाँकि, वीपीडी के बारे में जागरूकता एक प्राथमिकता बनी हुई है ताकि आमजन और स्वास्थ्य पेशेवर समझ सकें कि उन बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण जारी रखना क्यों महत्वपूर्ण है। जब लोग टीकाकरण बंद कर देते हैं, तो खसरा जैसे वीपीडी दोबारा उभर सकते हैं और दुनिया भर में तेजी से फैल सकते हैं।
डब्ल्यूएचओ की ओर से डॉ. राजावत ने कहा आप मसूड़ों के रोग, पोलिया, हेपेटाइटिस बी, हैमोफिलस इन्फ्लुएंजा, टीटी, डाइफ्थीरिया, खसरा, प्नेमोकोकल रोग और जापानी एनसेफलाइटिस आदि रोगो से परिचित होंगे। यह रोग आमतौर पर बच्चों और युवाओं में पाए जाते हैं और असाधारण स्थितियों में लक्षणों के रूप में दिखते हैं। इस अवसर पर डॉ. आर.बी. कुरेले मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. राजावत डब्ल्यूएचओ, डॉ. के.सी. राठौर सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक, डॉ. डी.एस. तौमर आरएमओ, डॉ. डी.के. सोनी डी.आई.ओ., डॉ. शाक्य, डॉ. जयंत यादव डीएसओ/जिला मलेरिया अधिकारी, डॉ. दांगी सहित समस्त नर्सिंग ऑफीसर उपस्थित रहे। डॉ. राजावत ने बताया वैक्सीन प्रतिरक्षा रोग (व्हीपीडी) के खिलाफ वैक्सीन बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इन रोगों से बचाव नहीं हो सकता है और उनसे बचाव का सबसे सुरक्षित और सबसे सफल तरीका वैक्सीन है।
वैक्सीन एक सुरक्षित तरीका होता है जो रोगाणुओं को मारने वाले शक्तिशाली तत्वों को शरीर में शामिल करता है, ताकि आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली को इन रोगों से लड़ने की क्षमता मिले।अगर वैक्सीन का उपयोग सही ढंग से किया जाए तो इन रोगों से बचाव संभव होता है और लोगों के जीवन को बचाने में मदद की जा सकती है। वैक्सीन के अलावा भी, साफ पानी, स्वच्छता, हाइजीन और अन्य संरक्षण के उपाय इन रोगों से बचाव में मदद करते हैं।