भारतीय आमों की निर्यात की जाने वाली खेपों का दायरा बढ़ रहा है

भारतीय आमों की निर्यात की जाने वाली खेपों का दायरा बढ़ रहा है
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भारतीय आमों की निर्यात की जाने वाली खेपों का दायरा बढ़ रहा है

भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के  निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप भारत ने चालू वित्त वर्ष (2023-24) के पहले पांच महीनों के दौरान आम के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। इस अवधि में कुल 47.98 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के आमों का निर्यात किया गया, जोकि पिछले वर्ष की इसी अवधि के 40.33 मिलियन अमेरिकी डॉलर के मूल्य से 19 प्रतिशत अधिक है।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और एपीडा के सहयोग से, भारत ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान 48.53 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के 22,963.78 मीट्रिक टन आमों का निर्यात किया था, जबकि चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 (अप्रैल-अगस्त) के दौरान  भारत ने 47.98 मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के 27,330.02 मीट्रिक टन आमों का निर्यात किया है। सीजन 2023 में आम के निर्यात को बढ़ावा देने की अपनी पहल के एक हिस्से के रूप में, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और एपीडा ने संयुक्त राज्य अमेरिका के कृषि विभाग (यूएसडीए) के पशु और पादप स्वास्थ्य निरीक्षण सेवा (एपीएचआईएस) निरीक्षक को वाशी, नासिक, बेंगलुरु और अहमदाबाद स्थित किरणन केन्द्रों पर आम की पूर्व-निकासी के लिए आमंत्रित किया।

भारत ने पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करके संयुक्त राज्य अमेरिका को भारतीय आमों के निर्यात में शानदार सफलता अर्जित की है। चालू वित्तीय वर्ष के पहले पांच महीनों के दौरान भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका को 2043.60 मीट्रिक टन भारतीय आमों का निर्यात किया है।

संयुक्त राज्य अमेरिका के अलावा, संबंधित अधिकारियों के निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप  भारत ने जापान को 43.08 मीट्रिक टन आम, न्यूजीलैंड को 110.99 मीट्रिक टन आम, ऑस्ट्रेलिया को 58.42 मीट्रिक टन आम और एक नए गंतव्य स्थल, दक्षिण अफ्रीका को 4.44 मीट्रिक टन आम का निर्यात किया है।

इसके अतिरिक्त, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय और एपीडा ने संयुक्त रूप से दक्षिण कोरिया के निरीक्षकों को वहां निर्यात हेतु आम की पूर्व-निकासी के लिए आमंत्रित किया। इस कदम ने भारत को पादप संरक्षण, संगरोध एवं भंडारण निदेशालय (डीपीपीक्यूएस), भारत तथा पशु एवं पादप संगरोध एजेंसी (एपीक्यूए), दक्षिण कोरिया  की संयुक्त देखरेख में अधिकृत वाष्प ताप उपचार केन्द्र में उपचारित किए जाने के बाद 18.43 मीट्रिक टन आम निर्यात करने की सुविधा दी है।

वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान आम के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। सीजन 2023 में, भारत ने ईरान, मॉरीशस, चेक गणराज्य और नाइजीरिया जैसे निर्यात के नए गंतव्य स्थलों की खोज करके 41 देशों में आमों का निर्यात किया है।

एपीडा ने अपने निर्यात को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारतीय आमों को प्रदर्शित करने हेतु सियोल फूड एंड होटल शो में भी भाग लिया है। भारत की आजादी के 75 वर्ष (आजादी का अमृत महोत्सव) मनाने के लिए, एपीडा ने आम की 75 पूर्वी किस्मों को बहरीन निर्यात करने की सुविधा प्रदान की। इस खेप में भारत के पूर्वी क्षेत्र की 5 जीआई-टैग वाली किस्में शामिल थीं।

इसके अतिरिक्त, एपीडा ने भारतीय आमों के निर्यात को प्रोत्साहित करने व बढ़ाने के लिए संबंधित देशों के भारतीय मिशनों के साथ सक्रिय सहयोग से एक आम संवर्धन कार्यक्रम या उत्सव का आयोजन किया।

एपीडा ने ब्रुसेल्स स्थित भारतीय दूतावास के सहयोग से भारतीय आमों को चखने का एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में आम्रपल्ली, बंगनपल्ली, केसर और हिमसागर जैसी चार अलग-अलग किस्मों का प्रदर्शन किया गया। प्रतिभागियों को सभी प्रकार के आमों के साथ-साथ उससे तैयार व्यंजनों की पेशकश की गई जिसमें आम की लस्सी और आम का हलवा शामिल था।

इसके अलावा, एपीडा ने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भारतीय आमों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए 2023 में विभिन्न पहल कीं। एपीडा द्वारा मलेशिया में कुआलालंपुर स्थित भारतीय उच्चायोग के सहयोग से एक आम प्रचार कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें केसर और बंगनपल्ली किस्म के आमों का प्रदर्शन किया गया था।

इसके अलावा, एपीडा ने अफगानिस्तान में आम को बढ़ावा देने के कार्यक्रम के लिए काबुल स्थित भारतीय दूतावास को आम की एक खेप की सुविधा प्रदान की। एपीडा द्वारा इसी तरह का एक कार्यक्रम कुवैत स्थित भारतीय दूतावास के सहयोग से कुवैत में भी आयोजित किया गया था।