सभी फलों के दाम 100 से पार हो गए हैं। करवाचौथ और दिवाली के लिए सबसे ज्यादा फलों की डिमांड रहती है लेकिन फलों के दाम बढऩे से इस बार फलों की मांग भी कम हो गई है।
नवरात्र में भी फलों की ज्यादा ब्रिक्री नहीं हुई है। जो लोग हर दिन दो से तीन किलो फल खरीदते थे वह फलों के दाम बढऩे से अब आधे पौने किलो में ही गुजारा कर रहे हैं। स्कूली बच्चों के लंच बॉक्स से भी कुछ फल गायब हो गए हैं। केले के दाम के सिवा सभी फलों के दाम 100 के पार हो गए हैं। हालांकि केले के दाम भी 80 रुपए तक पहुंच गए है लेकिन यह पिछले दो महीनों से बने हुए हैं।
फल विक्रेताओं ने अपनी ब्रिक्री करने के लिए अब फलों के दामों की लिस्ट को भी छूपाना शुरू कर दिया है। लिस्ट ऐसी जगह रखी जाती है जहां पर ग्राहक की नजर ही नहीं जाती है। विक्रेता ग्राहकों से फलों के मनमाने दाम वसूल रहे हैं।
त्यौहारी सीजन और व्रत रखने वाले सबसे ज्यादा फलों की डिमांड करते हैं। विक्रेताओं से इसी बात का फायदा उठाकर रेट लिस्टें हटा दी हैैं। वहीं कई विक्रेताओं ने दुकानों में खाली लिस्ट लटकाकर रखी है। हैरानी की बात तो यह है कि फल विक्रेता प्रशासन के निर्देशों की जमकर अवहेलना कर रहे हैं। इसके बावजूद इन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है। लोअर बाजार सब्जी मंडी में फल खरीदने आई रंजना ने बताया कि सभी दुकानों में फलों के दाम अलग-अलग हैं।
एक ही मंडी में कहीं पर अनार 100 रुपए प्रतिकिलो तो कहीं पर 300 रुपए किलो बिक रहा है। ग्राहक मान चंद, रेखा, सीमा, देव लाल, सुरेंद्र कुमार और ओम प्रकाश ने बताया कि बिना रेट लिस्ट के दुकानदारी करने वाले फल विक्रेता कई दिनों से मनमानी कर रहे हैं।
इन दिनों फलों के दाम
अनार 100 से 300
केला 100
सेब 100
संतरा 80 से 100
अमरूद 80 से 100
पपीता 80 से 100
मनमानी करने वाले फल विक्रेता पर होगी कार्रवाई
पीसी ठाकुर, जिला नियंत्रक, खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले ने कहा कि रेट लिस्ट न लगाने से संबंधित शिकायतें मिली हैं। निरीक्षकों को मंडियों में मौके पर जाकर रोज निरीक्षण करने के आदेश दिए हैं। मनमानी करने वाले विक्रेता की फल और सब्जियां सील कर दी जाएगी और उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।