ट्रेनों में धूम्रपान करने वालों को पकड़ने के लिए अब डिब्बों में स्मोक डिटेक्टर लगाए जा रहे हैं
अब बिहार की ट्रेनों में धूम्रपान करना महंगा हो जाएगा. ट्रेनों के टॉयलेट में जाकर चोरी-छिपे सिगरेट, बीड़ी पीने वाले लोग सावधान हो जाएं. अब आपको अपनी आदत सुधारनी होगी, नहीं तो आप बड़ी मुसीबत में पड़ जाएंगे.
ट्रेन के डिब्बों में स्मोक डिटेक्टर लगाने की तैयारी-
दरअसल, रेलवे अब स्मोकिंग बोर्ड नियम से आगे बढ़ रहा है यानी ट्रेनों में धूम्रपान करने वालों को पकड़ने के लिए अब डिब्बों में स्मोक डिटेक्टर लगाए जा रहे हैं. जिससे धूम्रपान करने वालों को आसानी से पकड़ा जा सके.
इतना ही नहीं, ट्रेन के कोचों में स्मोक डिटेक्टर के साथ फायर डिटेक्शन एंड ब्रेक एप्लीकेशन सिस्टम भी लगाया जा रहा है. तो थोड़ा सा भी धुआं निकलते ही सिस्टम अलर्ट मोड में चला जाएगा. फिर ब्रेक लगने से ट्रेन अपने आप रुक जाएगी.
इस तरह काम करेगा स्मोक डिटेक्टर-
सिगरेट या किसी अन्य धुएं का स्मोक सेंसर लगाया जाएगा. ताकि, धुंआ निकलते ही तुरंत एक्टिव हो जायेगा.
धुआं किस कारण से निकला, इसका विश्लेषण किया जाएगा.
अगर धुआं नहीं रुका तो लाल बत्ती के साथ ही ऑटो ब्रेक सक्रिय हो जाएगा और ट्रेन रुक जाएगी.
60 सेकंड तक न रुकने पर कोच को तुरंत खाली कर दिया जाएगा.