प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर 'मेरा युवा भारत' मंच का शुभारंभ किया
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर कर्तव्य पथ पर देश के युवाओं के लिए 'मेरा युवा भारत (माई भारत)' मंच का शुभारंभ किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 11 अक्टूबर,2023 को एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए "मेरा युवा भारत
(माई भारत)" नामक एक स्वायत्त निकाय की स्थापना को मंजूरी प्रदान की थी।
विजन :
'मेरा युवा भारत (माई भारत)' की परिकल्पना युवाओं के विकास और युवाओं के नेतृत्व वाले विकास के लिए एक महत्वपूर्ण, प्रौद्योगिकी-संचालित सुविधाप्रदाता के रूप में की गई है, जिसका लक्ष्य सरकार के संपूर्ण दायरे में युवाओं को उनकी आकांक्षाओं को साकार करने और "विकसित भारत" के निर्माण में योगदान देने के लिए सशक्त बनाने हेतु समान अवसर प्रदान करना है।
यह एक ऐसे ढांचे की परिकल्पना करता है, जहां हमारे देश के युवा- कार्यक्रमों, मार्गदर्शकों और अपने स्थानीय समुदायों के साथ सहजता से जुड़ सकें। इस सहभागिता का निरुपण स्थानीय मुद्दों के बारे में उनकी समझ को बेहतर बनाने और उन्हें रचनात्मक समाधानों में योगदान देने के लिए सशक्त बनाने के लिए किया गया है।
मेरा युवा भारत (माई भारत) के बारे में:
मेरा युवा भारत (माई भारत), एक स्वायत्त निकाय है, जो राष्ट्रीय युवा नीति में दी गई 'युवा' की परिभाषा के अनुरूप,
15-29 वर्ष के आयु वर्ग के युवाओं को लाभान्वित करेगा। लाभार्थियों की आयु 10-19 वर्ष होगी।
मेरा युवा भारत (माई भारत) एक 'फिजिटल प्लेटफॉर्म'(फिजिकल+डिजिटल) है, जिसमें भौतिक गतिविधि के साथ ही साथ डिजिटल
रूप से जुड़ने का अवसर भी शामिल है।
ऐसे निकाय की आवश्यकता:
• अमृत काल में युवाओं की भूमिका:
भारत के युवाओं को देश का भविष्य रचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है, ख़ासकर भारत की आजादी के 75वें साल के निर्णायक पड़ाव पर, क्योंकि देश 2047 तक यानी अगले 25 वर्षों में अमृत भारत का निर्माण करने की एक परिवर्तनकारी विकास यात्रा पर बढ़ रहा है।
• विभिन्न क्षेत्रों के युवाओं को एक प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए फ्रेमवर्क बनाना:
विजन 2047 के लिए एक ऐसे फ्रेमवर्क की ज़रूरत है जो ग्रामीण युवाओं, शहरी युवाओं और ग्रामीणशहरी युवाओं को एक मंच पर ला सके। सरकार की मौजूदा योजनाएं हमारे समाज में ग्रामीण युवाओं की जरूरतों की तत्कालीन प्रचलित समझ के साथ बीते 50 वर्षों में अलग-अलग समय पर बनाई और शुरू की गईं।
शहरी-ग्रामीण परिदृश्य में निरंतर बदलावों ने इन नज़रियों का पुनर्मूल्यांकन करने की ज़रूरत पैदा कर दी है। अब ऐसा फ्रेमवर्क बनाना जरूरी है जो ग्रामीण, शहरी और ग्रामीण-शहरी युवाओं को एक साझे मंच पर एकजुट करे। मेरा युवा भारत ऐसा फ्रेमवर्क तैयार करने में मदद करेगा।
• आज के युवाओं के साथ जुड़ने के लिए एक नया समकालीन प्रौद्योगिकी-आधारित प्लेटफॉर्म बनाना:
आज की तेज़तर्रार दुनिया, जिसमें त्वरित संचार, सोशल मीडिया का प्रसार और नए डिजिटल टूल एवं अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों का विकास शामिल है, वहां एक प्रौद्योगिकीसंचालित मंच युवाओं को ऐसे कार्यक्रमों से जोड़ सकता है जो उनकी क्षमताओं को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं और उन्हें सामुदायिक गतिविधियों से भी जोड़ सकते हैं।
• एक 'फिजिटल' इकोसिस्टम बनाकर पहुंच सुनिश्चित करना:
मेरा युवा भारत प्लेटफॉर्म एक 'फिजिटल' इकोसिस्टम बनाएगा और युवाओं को सामुदायिक बदलाव के उत्प्रेरक बनने में सशक्त करेगा वे सरकार को उसके नागरिकों से जोड़ने वाले "युवा सेतु" का काम करेंगे। हाल ही में, युवा कार्यक्रम विभाग के एक वेब पोर्टल yuva.gov.in ने "मेरी माटी मेरा देश" नाम के एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम की मेजबानी की, जिसमें 50 मिलियन युवाओं ने भाग लिया और भारत में अमृत वाटिकाएं बनाने के लिए 23 मिलियन पौधे लगाने में मदद की। मेरा युवा भारत एक ऐसे 'फिजिटल' इकोसिस्टम को बनाने और बनाए रखने में मदद करेगा जो सहज रूप से लाखों युवाओं को एक नेटवर्क में जोड़ता है।
उद्देश्य:
मेरा युवा भारत (माई भारत) का प्राथमिक उद्देश्य इसे युवाओं की उन्नति के लिए समर्पित एक संपूर्ण सरकारी मंच बनाना है। इसके उद्देश्यों में शामिल हैं:
• युवाओं में नेतृत्व विकास
. अलगअलग भौतिक गतिविधियों को कार्यक्रम कौशल में बदलाव करके अनुभवात्मक शिक्षा के माध्यम से नेतृत्व कौशल में
सुधार करना।
. युवाओं को सामाजिक अन्वेषकोंप्र और समुदायों का अगुआ बनाने के लिए उनमें निवेश करना।
• युवाओं की आकांक्षाओं और समुदाय की जरूरतों के बीच बेहतर तालमेल।
• मौजूदा कार्यक्रमों के समन्वय के माध्यम से दक्षता में वृद्धि।
• युवा लोगों और मंत्रालयों के बीच वन-स्टॉप शॉप के रूप में कार्य करना।
• एक केंद्रीकृत युवा डेटाबेस तैयार करना।
• सरकारी पहलों और युवाओं के साथ जुड़ने वाले अन्य हितधारकों की गतिविधियों के साथ युवाओं को जोड़ने के लिए
दोतरफा संचार में सुधार।
• भौतिक और डिजिटल अनुभवों का मिश्रण-फिजिकल इकोसिस्टम बनाकर पहुंच सुनिश्चित करना।