डिजिटल दस्तावेज़ प्रबंधन में एक क्रांतिकारी प्लेटफॉर्म डिजीलॉकर पहुंच और सुरक्षा का प्रतीक है। अब डिजीलॉकर 200 मिलियन नागरिकों की उंगलियों पर है।

डिजिटल दस्तावेज़ प्रबंधन में एक क्रांतिकारी प्लेटफॉर्म डिजीलॉकर पहुंच और सुरक्षा का प्रतीक है। अब डिजीलॉकर 200 मिलियन नागरिकों की उंगलियों पर है।
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डिजिटल दस्तावेज़ प्रबंधन में एक क्रांतिकारी प्लेटफॉर्म डिजीलॉकर पहुंच और सुरक्षा का प्रतीक है। अब डिजीलॉकर 200 मिलियन नागरिकों की उंगलियों पर है।

प्रगति मैदान, नई दिल्ली के हॉल नंबर 5 में डिजिटल इंडिया पवेलियन में डिजिटल संभावनाओं के भविष्य को वास्तविकता बनते देखें। डिजिटल इंडिया पवेलियन 14-27 नवंबर, 2023 तक चलने वाले 42वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2023 के प्रमुख आकर्षणों में से एक है। इसमें अग्रणी पहलों- डिजीलॉकर, यूपीआई, ई-संजीवनी, भाषिनी तथा मन की बात के प्रदर्शित किया गया है।

इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा स्थापित डिजिटल इंडिया पवेलियन काफी लोगों को अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के साथ जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान कर रहा है। इसमें इंटरैक्टिव डिस्प्ले, सभी उम्र के लिए आकर्षक अनुभव और विशेषज्ञों से सीधे डिजिटल इंडिया पहल के बारे में जानने का अवसर मिल रहा है। जिज्ञासु विद्यार्थियों से लेकर कार्यालय जाने वालों, ऊर्जावान महिला उद्यमियों से लेकर उत्साही वरिष्ठ नागरिकों तक सभी के लिए इस मंडप में डिजिटल रूप से ज्ञान संपन्न नए भारत के लिए नवीन प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया गया है।

यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफ़ेस (यूपीआई) प्रदर्शनी में आगंतुक कैशलेस होने का लाभ उठा सकते हैं! एक अत्याधुनिक यूपीआई सक्षम एटीएम का अनुभव करें जो आगंतुकों को यूपीआई मोड के माध्यम से नकद निकासी प्रदान करता है। चुनिंदा बैंकों के ग्राहक नकदी निकालने के लिए मशीन की स्क्रीन पर दिखने वाले क्यूआर कोड को स्कैन करने के लिए अपने यूपीआई ऐप का उपयोग कर सकते हैं। यह नवीनतम भुगतान सेवा इंटरऑपरेबल केयरलेस कैश विदड्रॉल व्यवस्था पर आधारित है और शीघ्र ही सभी एटीएम मशीनों में शुरू की जाएगी। इसमें किसी फिजीकल कार्ड की आवश्यकता नहीं  है, यह व्यवस्था स्किमिंग और कार्ड क्लोनिंग जैसी धोखाधड़ी/छेड़छाड़ को रोकती है।

डिजीलॉकर एक कागज रहित युग की शुरुआत करता है, जो नागरिकों को जन्म प्रमाण-पत्र, वसीयत के रिकॉर्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, शैक्षिक प्रमाण पत्र आदि से लेकर महत्वपूर्ण डिजिटल दस्तावेजों की एक विस्तृत श्रृंखला तक निर्बाध पहुंच प्रदान करता है। डिजिटल दस्तावेज़ प्रबंधन में एक क्रांतिकारी प्लेटफॉर्म डिजीलॉकर पहुंच और सुरक्षा का प्रतीक है। अब डिजीलॉकर 200 मिलियन नागरिकों की उंगलियों पर है। यह नवाचारी प्लेटफॉर्म न केवल प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल बनाता है बल्कि नौकरशाही की बाधाओं को कम करते हुए दक्षता भी बढ़ाता है। डिजिटल इंडिया पैवेलियन केंद्रीय स्थान लेते हुए डिजीलॉकर प्रदर्शनी में डिजीलॉकर ऐप की विशेषता वाला एक बड़ा फोन प्रदर्शित किया गया है और यह कैसे नागरिकों को किसी भी समय और कहीं से भी असंख्य दस्तावेजों तक पहुंचने के लिए सशक्त बना रहा है।

भाषिनी का उद्देश्य सभी भारतीयों को अपनी भाषा में इंटरनेट और डिजिटल सेवाओं तक आसान पहुंच प्रदान करना और भारतीय भाषाओं में सामग्री में वृद्धि करना है। भाषिनी समावेशिता को रेखांकित करती है। आगंतुक अपनी मूल भाषा में सामग्री का अनुवाद करने के लिए भाषिनी ऐप डाउनलोड कर सकते हैं। ऐप यूजरों को 3 प्रमुख विशेषताओं- टेक्स्ट, वॉयस और कॉनवर्स के माध्यम से बातचीत करने की अनुमति देता है। टेक्स्ट सुविधा 22 भारतीय भाषाओं में अनुवाद का समर्थन करती है, जबकि कॉनवर्स और स्पीक में 13 भाषाओं को शामिल किया गया है, जो भाषाई पहुंच और समझ को बढ़ाने में योगदान देता है।

आगंतुक यह भी सीख सकते हैं कि 'वॉयस आधारित भुगतान' कैसे करें, या भाषिनी लाइव एस2एस (स्पीच टू स्पीच) एप्लिकेशन का अनुभव कर सकते हैं जो लाइव स्पीच का तुरंत अनुवाद करके रियल टाइम क्रॉस-भाषा संचार को सक्षम बनाता है; एस2एस ऐप 11 भारतीय भाषाओं तथा 14 अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं में उपलब्ध है।

'भाषा दान' प्रोजेक्ट भाषिनी के हिस्से के रूप में कई भारतीय भाषाओं के लिए भाषा इनपुट जुटाने की एक पहल है। यह नागरिकों से अपनी भाषा को डिजिटल रूप से समृद्ध करने के लिए डेटा का एक खुला भंडार बनाने में सहायता देने का आह्वान करता है। इसका उद्देश्य भारतीय भाषाओं के लिए बड़े डेटासेट बनाना है, जिसका उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस मॉडल को प्रशिक्षित करने के लिए किया जा सकता है जिसका उपयोग विभिन्न हितधारकों द्वारा समाज की बेहतरी के लिए उत्पाद या सेवाएं बनाने के लिए किया जा सकता है।

इसके अतिरिक्त 'योजना साथी' नागरिकों और ग्राहकों को व्यक्तिगत बातचीत में शामिल करने के लिए बड़े भाषा मॉडल (एलएलएम), आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और स्वचालित स्पीच पहचान (एएसआर) प्रौद्योगिकियों की शक्ति का उपयोग करता है। इसका प्राथमिक मिशन विभिन्न सरकारी योजनाओं, पात्रता मानक और आवेदन प्रक्रियाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना है, साथ ही डिजिटल और वित्तीय साक्षरता अवधारणाओं को बढ़ावा देना है। बॉट की मुख्य विशेषताओं में बहुभाषी समर्थन, वैयक्तिकरण, फीडबैक व्यवस्था, सुव्यवस्थित बुकिंग सेवाएँ और बहुत कुछ शामिल हैं!

ग्रामीण और दूरदराज के समुदायों में भी स्वास्थ्य सेवा की पहुंच में क्रांति लाने वाली ईसंजीवनी (राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा) एक अभूतपूर्व प्लेटफार्म है जो पहले से ही लगभग 180 मिलियन रोगियों को सेवा प्रदान कर चुकी है। क्लाउड और माइक्रो सर्विसेज आर्किटेक्चर पर निर्मित यह स्वदेशी प्लेटफॉर्म दो वेरिएंट पेश करता है; ईसंजीवनी एबी-एचडब्ल्यूसी एक हब एंड स्पोक मॉडल पर काम करती है, जो स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों को ग्रामीण रोगियों के लिए सहायक टेली-परामर्श की सुविधा प्रदान करने, उन्हें माध्यमिक/तृतीयक स्वास्थ्य सुविधाओं में डॉक्टरों और विशेषज्ञों से जोड़ने के लिए सशक्त बनाती है। दूसरे, ईसंजीवनीओपीडी एक रोगी-से-प्रदाता टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है जो नागरिकों को स्मार्टफोन या लैपटॉप के माध्यम से अपने घरों से आसानी से स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने में सशक्त बनाता है। इस प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण यह है कि आगंतुक देश के विभिन्न हिस्सों में स्थित ईसंजीवनी टेलीमेडिसिन क्लीनिकों में दूर से ही डॉक्टर/विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं।

दुनिया के सबसे बड़े नागरिक सहयोग प्लेटफार्म के रूप में माईगोव (MyGov) सच्ची जनभागीदारी के दृष्टिकोण को साझा करता है। डिजिटल इंडिया पवेलियन में प्रसिद्ध रेडियो कार्यक्रम- 'मन की बात' नागरिकों को सक्रिय रूप से भाग लेने के उत्कृष्ट अवसर की प्रतीक्षा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रत्येक महीने के आखिरी रविवार को सुबह 11 बजे आकाशवाणी पर आयोजित इस कार्यक्रम में आगंतुक अपने संदेशों को लाइव रिकॉर्ड करके सीधे प्रधानमंत्री के साथ अपनी प्रेरणादायक कहानियां साझा कर सकते हैं, जिसके बारे में वे चाहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी मन की बात की अगली कड़ी में चर्चा करें। आगंतुक संदेश रिकॉर्ड करने के लिए मन की बात बूथ पर जा सकते हैं, टोल-फ्री नंबर 1800-11-7800 डायल कर सकते हैं और अपना संदेश हिंदी या अंग्रेजी में रिकॉर्ड कर सकते हैं। इस पहल का उद्देश्य सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ाना तथा नागरिकों को अपनी सोच, विचारों और अपने समुदायों की उल्लेखनीय उपलब्धियों को व्यक्त करने के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान करना है।

मनोरंजन के स्तर को बढ़ाते हुए आगंतुक डिजिटल स्लिंगशॉट के माध्यम से एक नए तरीके से प्रतिक्रिया/संदेश दे सकते हैं। इससे ज्यादा और क्या ? डिजिटल इंडिया सेल्फी पॉइंट पर आगंतुक एक फोटो अनुभव प्राप्त कर सकते हैं जो उन्हें तुरंत एक नए गंतव्य पर टेलीपोर्ट कर देता है!

डिजिटल इंडिया पवेलियन आगंतुकों को प्रौद्योगिकी की शक्ति का प्रत्यक्ष अनुभव करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। प्रत्येक प्रदर्शनी को डिजिटल नागरिक के अनुरूप तैयार किया गया है, जिससे लोगों की सार्थक सहभागिता और सशक्तिकरण सुनिश्चित हो सके।