पत्रकार के साथ ए.एस.आई. की शराबी गुंडागर्दी: कॉलर पकड़कर गाली-गलौच, झूठे केस में फंसाने की धमकी !
नरसिंहपुर, 13 अगस्त 2024 - नरसिंहपुर जिले के स्टेशन गंज थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक पुलिस अधिकारी द्वारा अपने पद का घोर दुरुपयोग करते हुए एक वरिष्ठ पत्रकार के साथ बदसलूकी और धमकी देने का मामला उजागर हुआ है। यह घटना तब हुई जब पत्रकार खीरसागर पटैल, जो कि नरसिंहपुर जिले में पत्रकारिता के साथ-साथ किसानी का कार्य भी करते हैं, अपने खेत से लौटते समय रेलवे स्टेशन के पास पहुंचे। तभी अचानक पुलिस की एक गाड़ी आकर रुकी और उसमें से ए.एस.आई. धनीराम सोनी उतरे। उन्होंने शराब के नशे में धुत्त होकर पत्रकार को गाली-गलौच करना शुरू कर दिया।
खीरसागर पटैल ने जब उन्हें समझाने की कोशिश की कि वह एक पत्रकार हैं और उनके साथ इस तरह का दुर्व्यवहार अनुचित है, तो धनीराम सोनी और भी आक्रामक हो गए। उन्होंने पत्रकार की कॉलर पकड़कर उसकी शर्ट के बटन तोड़ दिए और धक्का देकर धमकी दी कि अगर उन्होंने शिकायत करने की कोशिश की, तो उन्हें झूठे गैर-जमानतीय अपराध में फंसा देंगे। इस शर्मनाक घटना के दौरान, मौके पर मौजूद कुछ यात्रियों ने हस्तक्षेप किया, जिससे ए.एस.आई. सोनी वहां से चले गए, लेकिन जाते-जाते उन्होंने फिर से धमकी दी कि अगर पटैल ने कोई होशियारी दिखाई, तो उनका जीवन मुश्किल हो जाएगा।
इस घटना से खीरसागर पटैल अत्यधिक आहत और अपमानित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने तुरंत अपने पत्रकार संगठन को इस घटना की जानकारी दी। पत्रकार संगठन ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक से ए.एस.आई. धनीराम सोनी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
घटना की गंभीरता और पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी
यह घटना न केवल एक पत्रकार के प्रति पुलिस अधिकारी के दुर्व्यवहार को दर्शाती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि कुछ अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग कर जनता में भय का माहौल बना रहे हैं। जिस प्रकार गणेश उत्सव में एकता और विश्वास का संदेश दिया जाता है, उसी प्रकार इस मामले में भी गणेश जैसे साहस और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता है, ताकि इस घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारी को कठोर दंड मिल सके।
अगर पुलिस विभाग इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई नहीं करता, तो इसका गंभीर संदेश जाएगा कि जनता की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार लोग ही जनता का शोषण कर रहे हैं। यह मामला उन सभी ईमानदार पुलिसकर्मियों के लिए भी एक काला धब्बा है, जो दिन-रात जनता की सेवा में लगे रहते हैं।
पत्रकार संगठन ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर इस घटना में उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन के लिए तैयार हैं। नरसिंहपुर के नागरिक भी इस मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं। अब यह देखना होगा कि पुलिस प्रशासन इस मामले में किस प्रकार की कार्रवाई करता है और जनता का विश्वास फिर से बहाल करने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।
पत्रकारों और आम जनता के लिए यह एक गंभीर मुद्दा है। उम्मीद की जाती है कि पुलिस विभाग इस मामले में तत्काल कार्रवाई करेगा और दोषी अधिकारी को कानून के अनुसार दंडित किया जाएगा, ताकि भविष्य में कोई भी पुलिस अधिकारी अपने पद का दुरुपयोग न कर सके।