इस साल हनुमान जन्मोत्सव पर ग्रहों की शुभ स्थिति महालक्ष्मी योग का शुभ संयोग बना रही है। यह योग कई राशि के जातकों के लिए लाभकारी साबित होगा।

इस साल हनुमान जन्मोत्सव पर ग्रहों की शुभ स्थिति महालक्ष्मी योग का शुभ संयोग बना रही है। यह योग कई राशि के जातकों के लिए लाभकारी साबित होगा।
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इस साल हनुमान जन्मोत्सव पर ग्रहों की शुभ स्थिति महालक्ष्मी योग का शुभ संयोग बना रही है। यह योग कई राशि के जातकों के लिए लाभकारी साबित होगा।

हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस साल चैत्र पूर्णिमा 6 अप्रैल 2023, गुरुवार को है। इस दिन बजरंगबली के अलावा भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पूजा करना अतिलाभकारी रहने वाला है। शास्त्रों के अनुसार, गुरुवार का दिन भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी को समर्पित माना गया है। इस साल हनुमान जन्मोत्सव पर ग्रहों की शुभ स्थिति महालक्ष्मी योग का शुभ संयोग बना रही है। यह योग कई राशि के जातकों के लिए लाभकारी साबित होगा।

महालक्ष्मी योग का इन राशियों पर शुभ प्रभाव-

ज्योतिष शास्त्र में महालक्ष्मी योग को अत्यंत लाभकारी माना गया है। यह सुख-समृद्धि का प्रतीक है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, जब जातक का भाग्येश मजबूत हो और धन के कारण गुरु व शुक्र अच्छी स्थिति में हों। इसके अलावा गुरु-शुक्र केंद्र में जाएं और नवम का स्वामी भी केंद्र जाएं, तब महालक्ष्मी राजयोग बनता है। इस साल महालक्ष्मी राजयोग 06 अप्रैल से बन रहा है। इस योग का शुभ प्रभाव वृषभ, कन्या, मकर और कुंभ राशि के जातकों पर पड़ेगा। जीवन में सुख-समृद्धि का आगमन होगा। इस योग के प्रभाव से जातक के अटके काम पूरे होंगे।

मां लक्ष्मी की होती है विशेष कृपा-

ज्योतिषविदों के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में महालक्ष्मी योग बनता है उन लोगों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहती है। इन जातकों को जीवन में किसी चीज का अभाव नहीं रहता है। आर्थिक तंगी दूर होती है। इसके साथ ही मानसिक तनाव भी दूर होता है। सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। इन राशि के जातकों की कुंडली में महालक्ष्मी योग बनता है उन्हें बेहद भाग्यशाली माना जाता है।

हनुमानजी जन्‍मोत्‍सव के शुभ योग में यदि कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो आपकी हर परेशानी दूर हो सकती है। ये उपाय इस प्रकार हैं। आप परेशान हैं? आपको कोई रास्‍ता नहीं सूझ रहा है? चारों ओर दिक्‍कत ही दिक्‍कत हो रही है तो परेशान न हो, हम बता रहे हैं कुछ विशेष उपाय । इन्‍हें कर आप भी कष्‍ट से मुक्ति पा सकते हैं।

ऐसे चढाएं हनुमानजी को चोला

हनुमान जयंती को हनुमानजी को चोला चढ़ाएं। हनुमानजी को चोला चढ़ाने से पहले स्वयं स्नान कर शुद्ध हो जाएं और साफ वस्त्र धारण करें। सिर्फ लाल रंग की धोती पहने तो और भी अच्छा रहेगा। चोला चढ़ाने के लिए चमेली के तेल का उपयोग करें। साथ ही, चोला चढ़ाते समय एक दीपक हनुमानजी के सामने जला कर रख दें। दीपक में भी चमेली के तेल का ही उपयोग करें। चोला चढ़ाने के बाद हनुमानजी को गुलाब के फूल की माला पहनाएं और केवड़े का इत्र हनुमानजी की मूर्ति के दोनों कंधों पर थोड़ा-थोड़ा छिटक दें। अब एक साबुत पान का पत्ता लें और इसके ऊपर थोड़ा गुड़ व चना रख कर हनुमानजी को भोग लगाएं। भोग लगाने के बाद उसी स्थान पर थोड़ी देर बैठकर तुलसी की माला से नीचे लिखे मंत्र का जप करें। कम से कम 5 माला जप अवश्य करें।

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे… मंत्र जपें

राम रामेति रामेति रमे रामे मनोरमे। सहस्त्र नाम तत्तुन्यं राम नाम वरानने।। अब हनुमानजी को चढाए गए गुलाब के फूल की माला से एक फूल तोड़ कर, उसे एक लाल कपड़े में लपेटकर अपने धन स्थान यानी तिजोरी में रखें। इससे धन संबंधी समस्या हल होने के योग बनने लगेंगे।

करें बड़ के पेड़ का उपाय

गुरुवार की सुबह स्नान करने के बाद बड़ (बरगद) के पेड़ का एक पत्ता तोड़ें और इसे साफ स्वच्छ पानी से धो लें। अब इस पत्ते को कुछ देर हनुमानजी की प्रतिमा के सामने रखें और इसके बाद इस पर केसर से श्रीराम लिखें। अब इस पत्ते को अपने पर्स में रख लें। साल भर आपका पर्स पैसों से भरा रहेगा। अगली होली पर इस पत्ते को किसी नदी में प्रवाहित कर दें और इसी प्रकार से एक और पत्ता अभिमंत्रित कर अपने पर्स में रख लें।

घर में स्थापित करें पारद हनुमान की प्रतिमा

अपने घर में पारद से निर्मित हनुमानजी की प्रतिमा स्थापित करें। पारद को रसराज कहा जाता है। पारद से बनी हनुमान प्रतिमा की पूजा करने से बिगड़े काम भी बन जाते हैं। पारद से निर्मित हनुमान प्रतिमा को घर में रखने से सभी प्रकार के वास्तु दोष स्वत: ही दूर हो जाते हैं, साथ ही घर का वातावरण भी शुद्ध होता है। प्रतिदिन इसकी पूजा करने से किसी भी प्रकार के तंत्र का असर घर में नहीं होता और न ही साधक पर किसी तंत्र क्रिया का प्रभाव पड़ता है। यदि किसी को पितृदोष हो, तो उसे प्रतिदिन पारद हनुमान प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए। इससे पितृदोष समाप्त हो जाता है।

शाम को जलाएं दीपक

हनुमान जयंती की शाम को समीप स्थित किसी हनुमान मंदिर में जाएं और हनुमानजी की प्रतिमा के सामने एक सरसों के तेल का व एक शुद्ध घी का दीपक जलाएं। इसके बाद वहीं बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। हनुमानजी की कृपा पाने का ये एक अचूक उपाय है। करें राम रक्षा स्त्रोत का पाठ सुबह स्नान आदि करने के बाद किसी हनुमान मंदिर में जाएं और राम रक्षा स्त्रोत का पाठ करें। इसके बाद हनुमानजी को गुड़ और चने का भोग लगाएं। जीवन में यदि कोई समस्या है, तो उसका निवारण करने के लिए प्रार्थना करें।