आंवला और अदरक से तैयार एक ऐसे सूप के बारे में बता रहे हैं, जो अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बेहद फायदेमंद
सर्दी के मौसम में सांस से जुड़ी समस्याएं बहुत बढ़ जाती हैं। धुंध, धुंआ और हवा में ठंडक बढ़ने से सीने में भारीपन की समस्या होने लगती है। या फिर सांस लेने में दिक्कत होती है। जिन लोगों को पहले से ही अस्थमा या ब्रोंकाइटिस जैसी सांस की बीमारी है, उनके लिए सर्दियों में सांस लेना अक्सर काफी तकलीफदेह होता है। अभी दिसंबर का महीना चल रहा है और जनवरी-फरवरी में ठंड और कोहरा अपने चरम पर होगा। ऐसे में आपको अपने स्वास्थ्य का इस तरह ध्यान रखना चाहिए कि भविष्य में आपको सांस की नली और नाक से जुड़ी कोई समस्या न हो। यहां हम आपको आंवला और अदरक से तैयार एक ऐसे सूप के बारे में बता रहे हैं, जो अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों की बीमारियों से पीड़ित लोगों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। स्वस्थ रहने के लिए आप भी कर सकते हैं इस सूप का सेवन।
आंवला-अदरक का सूप बनाने के लिए क्या चाहिए?
3 आंवला
½ इंच अदरक
1 छोटी हरी मिर्च
1/4 काली मिर्च
1/2 जीरा
1/2 हल्दी
15 से 20 करी पत्ते
2 चुटकी हींग
1 छोटा चम्मच देसी घी
आंवला सूप कैसे बनाएं?
सबसे पहले आंवला और अदरक को धोकर कुकर में डाल दीजिए और उबाल लीजिए। या किसी खुले बर्तन में पानी को आंवला और अदरक के नरम होने तक उबालें।
उबाल आने के बाद आंवले और अदरक को पानी से निकाल लें, लेकिन इस पानी को फेंके नहीं।
अब आंवला और अदरक को अच्छे से मैश करके पेस्ट बना लें।
अब करी पत्ता, जीरा, काली मिर्च, हरी मिर्च को पीस कर पेस्ट बना लें।अब दोनों पेस्ट को एक साथ रख लें यानी आंवला और अदरक का पेस्ट और करी पत्ते-हरी मिर्च आदि को पीसकर तैयार किया हुआ पेस्ट।
गैस पर एक बर्तन गरम करने रखिये, उसमें घी डालिये, फिर हल्दी पाउडर, करी पत्ते का पेस्ट डालिये, आंवले का पेस्ट डाल कर मिला दीजिये।
आंवले को उबालने के बाद जो पानी आपने रखा है, उसे डाल दीजिए।
सूप में उबाल आने के बाद इसमें दो चुटकी हींग डालकर धीमी आंच पर कुछ देर तक पकाएं।
इस सूप का सेवन कब करें?
इस सूप को तैयार करने के बाद इसे गर्मागर्म सर्व करें।
इसे पीने का सबसे अच्छा समय शाम के नाश्ते का समय है। बाकी दिन में जब भी समय मिले आप इसका सेवन कर सकते हैं।
अगर आप हर दिन इस सूप का सेवन करते हैं तो सर्दियों में सांस की समस्या आपको परेशान नहीं करेगी।