गुड़हल के पेड़ को एक संपूर्ण औषधि माना गया है

गुड़हल के पेड़ को एक संपूर्ण औषधि माना गया है
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गुड़हल के पेड़ को एक संपूर्ण औषधि माना गया है

गुड़हल के पेड़ को एक संपूर्ण औषधि माना गया है...
इसकी जड़ से लेकर पुष्प तक हर चीज इसकी जड़ से लेकर पुष्प तक हर चीज किसी न किसी बीमारी का इलाज है, खास तौर पर स्किन तथा बालों से जुड़ी समस्याओं का।

आइए जानते हैं गुड़हल के फूल तथा पत्तियों के कुछ ऐसे ही घरेलू नुस्खे...

(1) गुडहल के 20 फूल तथा पत्तियों को सुखाकर पाउडर बना लें।
इस पाउडर को रोजाना एक गिलास दूध के साथ पीने से याददाश्त बढ़ती है।
खून की कमी भी दूर होती है।

(2) चेहरे से मुंहासे व धब्बे दूर करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है।
इसके फूल की पत्तियों को पानी में पीसकर उसमें शहद मिलाकर चेहरे पर लगाया जाता है।

(3) डायटिंग करने वाले या गुर्दे की समस्याओं से पीडित व्यक्ति अक्सर इसे बर्फ के साथ पर बिना चीनी मिलाए पीते हैं, क्योंकि इसमें प्राकृतिक मूत्रवर्धक गुण होते हैं।

(4) मुंह में छाले होने पर गुड़हल के पत्ते चबाएं।

(5) यदि आप बालों को सुंदर और मजबूत बनाना चाहते हैं तो गुड़हल के ताजे फूलों को पीसकर बालों पर लगाएं।
यदि चेहरे पर बहुत मुंहासे हो गए हैं तो लाल गुडहल की पत्तियों कोपानी में उबाल कर पीस लें और उसमें शहद मिला कर त्वचा पर लगाने से आराम मिलता है।

(6) गुड़हल के फूलों का उपयोग बालों को सुंदर बनाने के लिए भी किया जाता है।
इसे पानी में उबालकर सिर धोने से बालों के झडऩे की समस्या दूर हो जाती है।

(7). मेहंदी और नींबू के रस में 10 ग्राम गुड़हल की पत्तियों को मिलाकर बालों की जड़ों से सिरे तक अच्छे से लगाले, बालों की रूसी खत्म हो जाती है।

(8). इसका उपयोग सौंदर्य प्रसाधन में भी किया जाता है। 

भारत में गुड़हल की पत्तियों और फूलों से हर्बल आईशैडो बनती है।

(9) गुड़हल का फूल शरीर की सूजन के साथ साथ खुजली तथा जलन जैसी समस्याओं से भी राहत देता है।

गुड़हल के फूल की ताजी पत्तियां पीस कर सूजन तथा जलन वाली जगह पर लगाएं, कुछ ही मिनटों में समस्या दूर हो जाएगी।

(11) बच्चों के लिए हर्बल शैम्पू बनाने में भी इसका उपयोग होता है, क्योंकि यह माइल्ड होता है।

(12) गुड़हल के फूल और पत्तों का उपयोग त्वचा से झुर्रियां दूर करने में भी किया जाता है।

(13). गुड़हल की चाय (हिबिस्कस टी)
गुडहल की चाय (हिबिस्कस टी) को हर्बल चाय या काढ़े के तौर पर लिया जाता है।

इसके फूलों को सुखा कर उसकी हर्बल चाय बनाई जाती है।

कॉकटेल के लिए इसमें ठंडा पानी या बर्फ के टुकड़े मिलाए जाते हैं।

इस चाय के सेवन से मोटापा कम किया जा सकता है।

इसके अलावा यह एकाग्रता भी बढ़ाता है।

शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही यह दिल के मरीजों के लिए भी अच्छी है।