जरूरत से ज्यादा देर जानबूझकर खड़े रहना आपके पैरों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है.
बढ़ती उम्र के साथ शरीर में तरह-तरह की दिक्कतें होने लगती हैं. लेकिन, ये दिक्कतें जवानी के दिनों में की गई गलतियों का परिणाम भी हो सकती हैं. ठीक तरह से ना उठना-बैठना, खानपान में कमी या फिर बुरी आदतों को ना दूर करने से पैरों पर बुरा असर पड़ सकता है. पैरों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं जैसे हड्डियों का कमजोर होना, आर्थराइटिस या वैरिकोज वींस जैसी बीमारियां. यहां ऐसी कुछ बुरी आदतों का जिक्र किया जा रहा है जो पैरों में होने वाले रोगों या आम दर्द का कारण बन सकती हैं. आप भी वक्त रहते इन कामों से परहेज करके अपने पैरों का ख्याल रख सकते हैं.
जरूरत से ज्यादा देर जानबूझकर खड़े रहना आपके पैरों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. इससे पैरों पर जरूरत से ज्यादा जोर भी पड़ता है और नसों पर दबाव बनता है सो अलग. कोशिश करें समय-समय पर पैरों को आराम मिले और आप बहुत ज्यादा समय तक पैरों पर जोर डालकर ना खड़े रहें.
लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठना भी पैरों के लिए सही नहीं है. पैरों को मोड़कर बैठते समय भी ध्यान दें कि पैर सुन्न ना हो जाएं या झनझनाहट ना होने लगे. हर थोड़ी देर में थोड़ा बहुत टहलना भी जरूरी है. अगर आप ऑफिस में काम कर रहे हैं तो हर थोड़ी देर में पानी पीने या वॉशरूम जाने के बहाने उठते रहें.
एक और बुरी आदत है कि व्यक्ति अपने वजन पर ध्यान नहीं देता और जब पैरों में दर्द की समस्या हो जाती है तबतक वजन घटाना बहुत मुश्किल लगने लगता है. जैसे ही आपको लगे कि आपका वजन बढ़ने लगा है वैसे ही एक्सरसाइज या योगा करना शुरू कर दें जिससे आपका वजन उतना ही रहे जितना आपके पैर सह सकें. बता दें कि मोटामा वैरिकोज वींस होने के प्रमुख कारणों में से एक है.
इस बात का ध्यान रखें कि पैरों का ब्लड फ्लो सामान्य रहे इसके लिए आप बहुत ज्यादा टाइट कपड़े या जूते ना पहनें. खासकर टाइट स्टॉकिंग्स और जींस पहनने से परहेज करें. टाइट जींस में बैठने पर पैरों की नसें (Veins) डैमेज होने का खतरा रहता है. साथ ही, ब्लड फ्लो रुकने पर तेज दर्द होता है जो मसल्स से जुड़ी दिक्कतों का कारण बनता है.
जरूरत से ज्यादा नमक खाना हड्डियों को कमजोर करने वाला साबित हो सकता है. अपनी डाइट को प्रोटीन और फाइबर युक्त रखें लेकिन सोडियम कम रखें. लो-सॉल्ट डाइट आपके पैरों की सेहत के लिए अच्छी साबित होगी.