संजय लीला भंसाली ने ड्रीम प्रोजेक्ट 'इंशाअल्लाह' पर तोड़ी चुप्पी, उन्होंने कहा....

संजय लीला भंसाली ने ड्रीम प्रोजेक्ट 'इंशाअल्लाह' पर तोड़ी चुप्पी, उन्होंने कहा....
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संजय लीला भंसाली ने ड्रीम प्रोजेक्ट 'इंशाअल्लाह' पर तोड़ी चुप्पी, उन्होंने कहा....

'हीरामंडी: द डायमंड बाजार' के स्ट्रीम होने के बाद से ही संजय लीला भंसाली सुर्खियों में बने हुए हैं. संजय लीला भंसाली को 'देवदास', 'हम दिल दे चुके सनम', 'ब्लैक', 'बाजीराव मस्तानी', 'पद्मावत', 'गंगूबाई काठियावाड़ी' जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है. संजय लीला अपने ड्रीम प्रोजेक्ट्स को लेकर अक्सर बात करते हैं. उनके ड्रीम प्रोजेक्ट्स का हिस्सा 'इंशाअल्ला' और 'साहिर लुधियानवी' भी रही हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो संजय लीला भंसाली 'इंशाअल्लाह' में सलमान खान और आलिया भट्ट को लेकर बनाना चाहते थे. हाल ही में संजय लीला भंसाली ने इन दोनों प्रोजेक्ट्स को लेकर बात की है.

संजय लीला भंसाली ने इंटरव्यू में कहा, ''अब जैसे ही चौथी, पांचवीं और छठी सामने आएंगी, तो आपको पता चल जाएगा. मैं अभी बोल नहीं सकता. मैं सच में नहीं जानता कि मैं क्या बनाऊंगा, कब बनाऊंगा, यह एक अचानक होने वाला फैसला है. मैं गंगूबाई बना रहा हूं और अचानक मैंने स्क्रिप्ट को नीचे रख दिया और कहा- 'राम लीला.' मैं अचानक इंशाअल्लाह बनाऊंगा और फिर कहूंगा 'नहीं, गंगूबाई (काठियावाड़ी)'  इसलिए मुझे लगता है कि यह एक फिल्ममेकर के कॉल के बारे में होता है और यह कॉल अंदर से आती है कि 'ये बनाओ.''

'तो फिर मैं पूरी तरह से प्रोजेक्ट पर लग जाता हूं'

उन्होंने आगे कहा, ''जब ये अंदर की आवाज आती है तो फिर मैं पूरी तरह से प्रोजेक्ट पर लग जाता हूं. फिर मैं उस फिल्म मैं हूं. और मैं उसे इस तरह से बनाता हूं कि जैसे कि यह मैं हूं. उस किस्म की कमिटमेंट. यह हर चीज के साथ है. इसलिए मैं इसके साथ फिल्म नहीं बना सकता, क्योंकि यह कागज पर अच्छी लगती है या अच्छे कलाकार है. फिल्म बनाने के लिए इसे अंदर से लाना होगा, इसलिए मैं क्या बनाऊंगा, मुझे नहीं पता.''

इंडस्ट्री में सलमान को बताया इकलौता दोस्त

बता दें कि हाल ही में बॉलीवुड हंगामा को दिए इंटरव्यू में संजय लीला भंसाली ने कहा था कि इंडस्ट्री में वह सलमान खान को अपना दोस्त मानते हैं. संजय लीला भंसाली ने कहा था, ''एकमात्र व्यक्ति जिनके साथ मेरी अभी भी दोस्ती है, वह सलमान खान हैं. भले ही 'इंशाअल्लाह' नहीं हुई, फिर भी वह मेरे साथ खड़े हैं. वह मुझे बुलाएंगे, मेरे बारे में पूछेंगे. 'तुम ठीक हो? क्या कुछ है (आपको चाहिए)? तुमने गड़बड़ कर दी. मैं उनके ह्यूमर का बहुत आनंद लेता हूं. यह (फोन कॉल) तीन महीने में एक बार आता है, पांच महीने में एक बार, लेकिन यह इसलिए आता है, क्योंकि उन्हें मेरी फिल्म की परवाह नहीं है. उन्हें मेरी परवाह है. 'आपने मेरे साथ बहुत सारी फिल्में की हैं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. क्या तुम ठीक हो?' और यही सब कुछ है.''