प्रदेश की पहली हाईटेक गोशाला का भूमि पूजन शनिवार को CM डॉ. मोहन यादव ने किया

ए एल द्विवेदी विशेष संवादताता भोपाल |
 

भोपाल

गौमाता की सेवा को फलदायी और पुण्यदायी मानने वाले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर सरकार प्रदेश में गौमाता की अच्छे से सेवा के लिए गौशाला की स्थापना कर रही है, मुख्यमंत्री ने आज राजधानी भोपाल के बरखेड़ी डोब में प्रदेश की पहली हाईटेक गौशाला का भूमिपूजन किया, इस गौशाला की क्षमता  10 हजार गायों की देखभाल करने की है। इस अवसर पर पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने इस मौके पर संबोधित करते हुए कहा कि ये एक अनूठा और अद्भुत अवसर है, मैं ग्यारंटी से कह सकता हूँ राजधानी की द्रष्टि से पूरे देश के किसी भी राज्य की राजधानी में कहीं भी 10 हजार गायों की क्षमता वाली गौशाला नहीं होगी, उन्होंने कहा कि हम इन गौशाला में सरकार नगर निगम सबको जोड़ रहे हैं।  लेकिन ये याद रखे कि अब गौमाता को कोई भी कष्ट नहीं होना चाहिए।

25 एकड़ क्षेत्र में बनाई जा रही है हाईटेक गौशाला

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में वर्तमान वर्ष (चैत्र माह से फाल्गुन माह तक) गौ-संरक्षण एवं गौ-संवर्धन वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए भोपाल के बरखेड़ी डोब में 10 हजार गायों की क्षमता वाली अत्याधुनिक गौ-शाला के निर्माण की योजना है। गौ-शाला लगभग 25 एकड़ क्षेत्र में बनाई जा रही है। इसमें गायों के आधुनिक तरीके से रख-रखाव के साथ ही उनके उपचार के लिए सभी संसाधनों से युक्त चिकित्सा वार्ड का भी निर्माण किया जाएगा। गौ-शाला में सीसी टीवी के माध्यम से निरंतर मॉनीटरिंग की व्यवस्था रहेगी।

सीएम यादव ने कहा कि एमपी में देश के उत्पादन का 9 प्रतिशत दूध होता है। अगले 5 साल में इसे बढ़ाकर 20% करेंगे। जिस तरह सरकार गेहूं, धान में बोनस देती है, ठीक उसी तरह दूध खरीदने पर भी बोनस देगी। महाराष्ट्र में बीजेपी की जीत को लेकर कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने गोमाता को राज माता का दर्जा दिया है। वहां सरकार फिर बन रही है। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में गो माता से जुड़े कोर्स शुरू करने की बात भी कहीं।

कार्यक्रम में मंत्री विश्वास सारंग, लखन पटेल, कृष्णा गौर, स्वामी अच्युतानंद महाराज, सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा, जिपं अध्यक्ष राम कुंवर गुर्जर, फंदा जनपद अध्यक्ष प्रमोद राजपूत, भोपाल महापौर मालती राय, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी, जिपं उपाध्यक्ष मोहन जाट, फंदा जनपद अध्यक्ष प्रमोद राजपूत मौजूद रहे।

सीएम ने की ये घोषणाएं

    सूखी सेवनिया शासकीय स्कूल को सीएम राइज बनाया जाएगा।
    सूखी सेवनिया रोड को फोरलेन बनाएंगे। ये पीडब्ल्यूडी बनाएगा।
    बरखेड़ी डोम क्षेत्र को औद्योगिक क्षेत्र बनाएंगे।
    अटल विहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में गोमाता से संबंधित कोर्स शुरू करेंगे

10 हजार गायों के लिए गोशाला भोपाल से 20 किलोमीटर दूर बरखेड़ी डोब में 10 हजार गोवंश की क्षमता वाली गोशाला बन रही है। यहीं पर चिकित्सा वार्ड भी बनेगा। यहां गोवंश का इलाज भी हो सकेगा।

सुरक्षा के लिए सभी इंतजाम रहेंगे इस गोशाला को हाईटेक बनाया जाएगा। इसमें सीसीटीवी कैमरों सहित वे सभी आवश्यक संसाधन होंगे, जो सुरक्षा की दृष्टि से जरूरी हैं। इसकी लागत 10 करोड़ रुपए आएगी।

गो मूत्र-गोबर से खाद बनाने के लिए लगेगी यूनिट पहले फेज में 2 हजार गायों की क्षमता वाले क्षेत्र का निर्माण तेजी से प्रारंभ करने की योजना बनाई गई है। गोशाला में हरा चारा, भूसा और पशु आहार की सप्लाई के लिए मॉडर्न कन्वेयर बेल्ट सिस्टम भी स्थापित किया जाएगा। लगभग 15 करोड़ रुपए से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और जिला पंचायत गोशाला का निर्माण करेगी। संचालन नगर निगम करेगा। गोशाला में गायों के गोबर और मूत्र से जैविक खाद और अन्य सामग्री तैयार करने के लिए एक यूनिट भी लगाई जाएगी। घायल और बीमार गायों के उपचार के लिए आधुनिक चिकित्सा वार्ड का निर्माण किया जाएगा।

निर्माण कार्य में खर्च होंगे 15 करोड़ रुपये

लगभग 15 करोड रुपए की लागत की गौ-शाला का निर्माण कार्य ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा कराया जाएगा, वहीं नगर निगम एवं पशुपालन विभाग नोडल एजेंसी होंगे। गौ-शाला को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट और जिला पंचायत द्वारा वित्तपोषण किया जाएगा। गौ-शाला का संचालन नगर निगम द्वारा किया जाएगा। गौ-शाला का निर्माण तीन चरणों में होगा, जिसमें प्रथम चरण में लगभग 2000 पशु क्षमता का निर्माण किया जाएगा।

भूसा, हरा घास, पशु आहार आदि कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से होगा उपलब्ध

इस अत्याधुनिक गौ-शाला में गायों को भूसा, हरा घास, पशु आहार आदि कन्वेयर बेल्ट के माध्यम से पहुंचाया जाएगा। गौ-शाला में गायों के गोबर एवं मूत्र आदि से विभिन्न सामग्री तैयार की जाएगी और जैविक खाद निर्माण के लिए संयंत्र भी लगाया जाएगा। गौ-शाला में रहने वाले पशुओं एवं सड़कों पर घायल एवं बीमार होने वाले पशुओं के उपचार के लिए चिकित्सा वार्ड भी बनाया जा रहा है