सीपीसीबी के दैनिक एक्यूआई बुलेटिन के अनुसार आज शाम 4 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 319 ('बहुत खराब' श्रेणी) रहा

सीपीसीबी के दैनिक एक्यूआई बुलेटिन के अनुसार आज शाम 4 बजे दिल्ली का औसत एक्यूआई 319 ('बहुत खराब' श्रेणी) रहा
 


ग्रैप के चरण-I से चरण-III के तहत सभी निर्देश प्रभावी रहेंगे और पूरे एनसीआर में सभी संबंधित एजेंसियों द्वारा लागू किए जाने के साथ ही निगरानी और समीक्षा भी की जाएगी जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि एक्यूआई का स्तर 'गंभीर'/'गंभीर+' श्रेणी में न जाए


गतिशील मॉडल और आईएमडी/आईआईटीएम की ओर से उपलब्ध कराए गए मौसमी दशाओं के पूर्वानुमान और वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार, आने वाले दिनों में दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रहने की संभावना है

सीएक्यूएम ने लोगों से सहयोग करने और जीआरएपी के सिटिजन चार्टर का पालन करने का आग्रह किया है

प्रविष्टि तिथि: 18 NOV 2023 7:52PM by PIB Delhi

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के दैनिक एक्यूआई बुलेटिन के अनुसार आज दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 319 दर्ज किया गया है। दिल्ली-एनसीआर की औसत वायु गुणवत्ता में हुए सुधार को ध्यान में रखते हुए एनसीआर और उसके आसपास के क्षेत्रों के लिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) की ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तहत कार्रवाई के संचालन के लिए बनी उप-समिति ने आज एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस दौरान क्षेत्र में मौजूदा वायु गुणवत्ता के हालात के साथ-साथ आईएमडी/आईआईटीएम की ओर से उपलब्ध कराए गए मौसम संबंधी दशाओं और वायु गुणवत्ता सूचकांक के पूर्वानुमान की समीक्षा की गई और 5 नवंबर 2023 से पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पहले से प्रभावी ग्रैप के चौथे चरण के तहत सख्त कार्रवाई पर भी चर्चा की गई। हालांकि दिल्ली-एनसीआर के समग्र वायु गुणवत्ता मापदंडों की व्यापक समीक्षा करते हुए उप-समिति ने गौर किया कि कल (यानी 17 नवंबर 2023) दिल्ली का औसत एक्यूआई 405 दर्ज किया गया और कल देर शाम से गिरावट और सुधार दिखना शुरू हुआ है। इसके अलावा आईएमडी/आईआईटीएम के वायु गुणवत्ता पूर्वानुमान भी आने वाले दिनों में दिल्ली-एनसीआर की समग्र वायु गुणवत्ता में किसी तरह की भारी गिरावट का संकेत नहीं दे रहे हैं।  

ऐसे में वायु गुणवत्ता के ट्रेंड और आईएमडी/आईआईटीएम के मौसम संबंधी दशाओं और वायु गुणवत्ता सूचकांक के पूर्वानुमान और जीआरएपी के चरण-IV के तहत बड़ी संख्या में हितधारकों और जनता को प्रभावित करने वाले प्रतिबंधात्मक फैसलों की प्रकृति को ध्यान में रखते हुए, ग्रैप के तहत कार्यों के संचालन के लिए बनी उप-समिति ने सर्वसम्मति से पूरे एनसीआर में संशोधित ग्रैप के चौथे चरण को तत्काल प्रभाव से वापस लेने का निर्णय लिया है। ग्रैप के पहले से तीसरे चरण के तहत सभी निर्देश प्रभावी रहेंगे। साथ ही पूरे एनसीआर में सभी संबंधित एजेंसियों की ओर से इसे लागू, निगरानी और समीक्षा की जाएगी जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि एक्यूआई का स्तर 'गंभीर'/'गंभीर+' श्रेणी में न पहुंचे। 

उप-समिति ने अपनी पिछली बैठकों में क्रमशः 6 अक्टूबर 2023, 21 अक्टूबर 2023, 2 नवंबर 2023 और 5 नवंबर 2023 को ग्रैप के पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे चरण को लागू करने का फैसला किया था। उप-समिति ने आज की बैठक में क्षेत्र में वायु गुणवत्ता हालात के साथ-साथ मौसम संबंधी दशाओं और दिल्ली के वायु गुणवत्ता सूचकांक को लेकर आईएमडी/आईआईटीएम के पूर्वानुमानों की समीक्षा की और निम्नलिखित निष्कर्ष निकाला:

- ग्रैप एनसीआर में प्रतिकूल वायु गुणवत्ता हालात ज्यादा बिगड़ने से रोकने के लिए लागू की गई एक आपातकालीन प्रतिक्रिया कार्य योजना है।

- जीआरएपी चरण-IV के तहत प्रतिबंध काफी सख्त हैं और बड़ी संख्या में हितधारकों और जनता को प्रभावित करते हैं।

- दिल्ली में एक्यूआई के 'गंभीर+' श्रेणी (एक्यूआई> 450) में पहुंचने के बाद 5 नवंबर 2023 को जीआरएपी चरण-IV लागू किया गया था। 

- इस समय दिल्ली का एक्यूआई दोपहर 2 बजे करीब 322 (बहुत खराब) दर्ज किया गया है, जो जीआरएपी चरण-IV कार्रवाई (दिल्ली एक्यूआई> 450) को लागू करने की सीमा से लगभग 128 एक्यूआई अंक नीचे है। अब भी चौथे चरण के तहत निवारक/प्रतिबंधात्मक कार्रवाई चल रही है, ऐसे में एक्यूआई में सुधार जारी रहने की संभावना है। आईएमडी/आईआईटीएम के पूर्वानुमान आगे बड़ी गिरावट का संकेत नहीं देते हैं। 

एनसीआर के प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों (पीसीबी) और डीपीसीसी और ग्रैप के तहत उपायों को लागू करने के लिए जिम्मेदार विभिन्न एजेंसियों को सलाह दी गई है कि वे पूरे एनसीआर में संशोधित जीआरएपी के पहले, दूसरे और तीसरे चरण के तहत निर्देशों का सख्त कार्यान्वयन सुनिश्चित करें। इसके अलावा आयोग ने एनसीआर के नागरिकों से ग्रैप को लागू करने में सहयोग करने और जीआरएपी के तहत सिटिजन चार्टर के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। 

उप-समिति वायु गुणवत्ता के हालात पर नजर रखेगी और समय-समय पर दर्ज की गई वायु गुणवत्ता और आईएमडी/आईआईटीएम के पूर्वानुमानों के आधार पर उचित निर्णय ले सकती है। जीआरएपी का संशोधित शेड्यूल आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है और इसे caqm.nic.in पर देखा जा सकता है।