पपीते के बीज पाचन को बूस्ट करके शरीर के गंदगी को हटाने का काम करते हैं. इसके अलावा, इनमें फाइबर (fiber) की मात्रा अधिक होती है

पपीते के बीज पाचन को बूस्ट करके शरीर के गंदगी को हटाने का काम करते हैं. इसके अलावा, इनमें फाइबर (fiber) की मात्रा अधिक होती है
 

ज्यादातर लोगों को पपीता (Papaya) अच्छा लगता है और भारत में अधिकतर घरों में लोग सुबह ब्रेकफास्ट (Breakfast) में पपीता खाना पसंद करते हैं. ये फल स्किन सहित पूरी सेहत को लाभ पहुंचाता है. पपीते के फल का स्वाद, पोषण मूल्य और स्वास्थ्य लाभ सभी जानते हैं, लेकिन क्या आपको पता हैं कि इसके बीज भी हमारे लिए फायदेमंद होते हैं. पपीते के बीजों का रंग गहरा होता है और इनका बाहरी हिस्सा चमकदार होता है. इसका स्वाद थोड़ा तीखा होता है, लेकिन आप इन्हें सुखाकर और पीसकर खा सकते हैं. 
कितना हेल्दी होते हैं पपीते के बीज
पपीते के बीज फाइबर, हेल्दी फैट और प्रोटीन से भरपूर होते हैं. इसके अलावा, इनमें जिंक, फास्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और कैल्शियम सहित कई विटामिन और मिनरल्स शामिल होते हैं. पपीते के बीज में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (जैसे ओलिक एसिड और पॉलीफेनोल्स) और फ्लेवोनोइड्स होते हैं जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है. ये सभी पोषण मूल्य आपके स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और बीमारियों को दूर भगाने के लिए जाने जाते हैं. आइए जानें कि पपीते के बीज से क्या-क्या लाभ मिलते हैं.
वेट लॉस
पपीते के बीज पाचन को बूस्ट करके शरीर के गंदगी को हटाने का काम करते हैं. इसके अलावा, इनमें फाइबर (fiber) की मात्रा अधिक होती है, जो मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करने में मदद करते हैं और शरीर में एक्स्ट्रा जाम करने से रोकते हैं. 
आंत की सेहत
पपीते के बीज में कारपेन नाम का पदार्थ पाया जाता है जो आंतों में कीड़े और बैक्टीरिया (Worms and Bacteria) को मारता है. इससे आपका पाचन तंत्र हेल्दी रहता है और कब्ज की समस्या भी नहीं होती. 
कोलेस्ट्रॉल
पपीते के बीज से कोलेस्ट्रॉल लेवल के कंट्रोल किया जा सकता है. इसमें ओलिक एसिड और अन्य मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड पाए जाते हैं, जो बैड कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करते हैं.
कैंसर का खतरा कम
पपीते के बीज में पॉलीफेनोल्स (एक मजबूत एंटीऑक्सीडेंट) पाया जाता है, जो आपके शरीर को कई प्रकार के कैंसर से बचाता है.
सूजन कम करे
पपीते के बीज विटामिन सी और अन्य कम्पाउंड (अल्कलॉइड्स, फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स) से भरपूर होते हैं, जो गाउट और गठिया जैसी बीमारी में सूजन को रोकने और कम करने में मदद करते हैं.