शाह ने कहा, मैंने मई 2013 से अब तक यूपी के हर जिले ब्लॉक में सड़क मार्ग से यात्रा की है
शाह ने कहा-यूपी में FIR दर्ज कराना बड़ी बात थी
वरिष्ठ भाजपा नेता अमित शाह ने एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार में उत्तर प्रदेश में डकैती, लूट, अपहरण, बलात्कार जमीन हथियाने में कमी आई है. अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी चर्चा करते हुए अमित शाह ने कहा कि एक समय में प्राथमिकी दर्ज करना एक बड़ी बात थी लोगों को बेहतर भविष्य के लिए मेरठ जैसे शहरों से दिल्ली जाना पड़ता था. शाह ने कहा, मैंने मई 2013 से अब तक यूपी के हर जिले ब्लॉक में सड़क मार्ग से यात्रा की है. मैं आपको बता सकता हूं कि एक जमाने में यूपी में एफआईआर दर्ज कराना बहुत बड़ी बात होती थी. शाह ने कहा, जब सपा सत्ता में आई, तो एक समुदाय के लोगों ने सोचा कि उन्हें अपनी इच्छा के अनुसार करने की शक्ति दी गई है. पश्चिमी यूपी में लोगों के घरों से भैंसे ले ली गईं किसान कुछ नहीं कर सके. मैंने वास्तव में वह स्थिति देखी है. कई लोग मेरठ से दिल्ली शिफ्ट हो गए ताकि उनके बच्चे पढ़ सकें. लोग मेरठ से पलायन कर रहे थे. गैंगस्टर करोड़ों के निवासियों की जमीन पर कब्जा करते थे.
डकैती, लूट अपहरण में कमी आई
राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था को लेकर अमित शाह ने कहा, मुख्यमंत्री योगी के सत्ता में आने के बाद डकैती में 72% की कमी आई. लूट 62% कम हुई. अपहरण में 39 फीसदी की कमी आई है. रेप 50% कम हुआ है. यह उत्तर प्रदेश में एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा है. उत्तर प्रदेश चुनाव 2022 में सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा कानून व्यवस्था प्रमुख मुद्दों में से एक है. शाह ने कहा कि गरीब कल्याण, विकास बेहतर प्रशासन के साथ कानून व्यवस्था सबसे बड़े मुद्दों में से एक है जिस पर लोग भाजपा का समर्थन करते हैं.
परेशान करने वाले अब जेल में
राज्य में अब ऐसा समय है जब आजम खान, अतीक अहमद मुख्तार अंसारी जेल में हैं. उत्तर प्रदेश के लोगों ने एक समय में यह कल्पना भी नहीं की थी कि जो लोग उन्हें परेशान करते थे वे जेल में होंगे. आज लोग शांति से रहते हैं. किसी भी जिले में कोई 'बाहुबली' माफिया नहीं है. गैंगस्टरों द्वारा हड़पी गई 200 करोड़ रुपये की संपत्ति अब उनके पास से जब्त कर ली गई है. यह बहुत बड़ी उपलब्धि है लोग हमारे काम को स्वीकार कर रहे हैं. अमित शाह ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि बीजेपी के तहत उत्तर प्रदेश में भी महिला सुरक्षा में सुधार हुआ है. कानपुर में मैंने आधी रात को लड़कियों को स्कूटी पर सड़कों पर उतरते देखा है मैं उनके लिए बहुत खुश हूं. मैंने इसे अपने लिए अपने होटल की खिड़की से देखा. यह बहुत बड़ी उपलब्धि है लोग हमारे काम को स्वीकार कर रहे हैं यह वोटों में तब्दील हो रहा है.
सपा-बसपा पर साधा निशाना
शाह ने अपने-अपने कार्यकाल के दौरान यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) पोटा (आतंकवाद रोकथाम अधिनियम) के मामलों को वापस लेने के लिए समाजवादी पार्टी बसपा पर भी निशाना साधा. शाह ने कहा, कानून व्यवस्था का मुद्दा महत्वपूर्ण है अब पीएम मोदी ने भी आतंकवाद पर बात की है. उन्होंने अहमदाबाद विस्फोट मामले पर हरदोई में बात की जिसमें 38 आरोपियों को मौत की सजा सुनाई गई है. उन्होंने कहा कि इन आतंकवादियों को सपा शासन के दौरान जेल से रिहा किया गया था. ऐसे 11 मामले सपा बसपा के दौर में हुए जब यूएपीए पोटा मामले वापस ले लिए गए. शाह ने कहा, देश में ऐसे कई विस्फोट से संबंधित मामले हैं जिनका आप विश्लेषण कर सकते हैं. बहुत कम लोगों को न्याय मिला है या फैसला भी आया है. पुलिस ने कुशलता से काम किया सबूतों के साथ सामने आई. अदालत ने उसे मिले सबूतों की भी सराहना की फैसला सुनाया. सपा, बसपा अन्य पार्टियों का व्यवहार साफ दिखाई दे रहा है.
ड्रेस कोड का किया जाना चाहिए पालन
हिजाब विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि उन्हें ड्रेस कोड पर विश्वास है. स्कूलों कॉलेजों द्वारा निर्धारित सभी छात्रों द्वारा उनका पालन किया जाना चाहिए, भले ही उनका धर्म. सीएनएन न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में शाह ने कहा कि स्कूल-कॉलेजों में बच्चों को धर्म से ऊपर रखना चाहिए . मैं व्यक्तिगत रूप से महसूस करता हूं कि प्रत्येक छात्र को अनिवार्य वर्दी का पालन करना चाहिए, चाहे वह किसी भी धर्म का हो.